डायबिटीज़ से पीड़ित करोड़ों लोगों के लिए राहत भरी खबर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक 2016 में विश्व में 42.20 करोड़ लोग मधुमेह से ग्रस्त थे और यह आंकड़ा साल दर साल तेजी से बढ़ रहा है। प्रदूषण, तनाव, अनियमित जीवनशैली व गलत खान-पान के बीच ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करना मरीजों के चुनौतीपूर्ण बन चुका है। अधिकांश मरीज ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करने के लिए ऐलोपेथिक उपचार पर निर्भर हैं, लेकिन लंबे समय तक ऐलोपेथिक इलाज पद्धति को जारी रखने से स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है। जैसे ब्लड शुगर स्तर गिरना, त्वचा संक्रमण, जी मिचलाना, उल्टी, मांसपेशियों में कमजोरी, तनाव आदि। अतः आप अपने सुगर को जितना हो सके घरेलू नुस्खे सदाबहार फल , डाइट कन्ट्रोल और वाक् कर कन्ट्रोल कर सकते हैं । वाक् करने से आपका डायबिटीज हमेशा नियंत्रित में रहेगा । क्या है है टाइप-2 मधुमेह
मधुमेह के सबसे आम रूप काे टाइप-2 मधुमेह कहा जाता है। टाइप-2 मधुमेह में शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता या फिर वह इंसुलिन का प्रतिरोध करता है। टाइप-2 मधुमेह में होने वाले लक्षण खून में शुगर की मात्रा पर निर्भर करता है। अत्यधिक प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, सुस्ती, थकान, नींद आना, धुंधला दिखना, अधिक भूख लगना, तेजी से वजन कम होना इसके प्रमुख लक्षण है। टाइप-2 मधुमेह को ठीक करना संभव नहीं है, पर इसको नियंत्रित किया जा सकता है। सही आहार, व्यायाम, दवा और इंसुलिन थेरेपी की मदद से ब्लड शुगर स्तर नियंत्रित किया जा सकता है।