फैटी लिवर कितना ख़तरनाक है आपके लिए और इसके बढ़ने से आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं जरूर पढ़ें।


 क्या आप जानते हैं कि मोटापा फैटी लीवर का कारण बन सकता है?


कभी-कभी हम पेट की समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन अगर आप इस समस्या पर ध्यान नहीं देते हैं तो यह एक बड़ी समस्या हो सकती है।

फैटी लीवर रोग को गैर-अल्कोहल स्टीटोहेपेटाइटिस के रूप में भी जाना जाता है जो आमतौर पर तब होता है जब यकृत में वसा का निर्माण होता है और चोट लगती है। फैटी लीवर से सिरोसिस, लीवर खराब हो सकता है या लीवर फेल भी हो सकता है।

गैर-मादक वसायुक्त यकृत की प्रमुख विशेषता यह है कि बहुत अधिक वसा यकृत में जमा हो जाता है और यह हर आयु वर्ग में हो सकता है, विशेषकर 40 और 50 के लोगों में। गैर-मादक वसायुक्त यकृत वाले व्यक्ति में ये प्रमुख लक्षण होते हैं जैसे:

• बढ़ा हुआ जिगर

• थकान

• ऊपरी दाहिने पेट में दर्द

त्वचा और आंखें जो पीली दिखाई देती हैं (पीलिया)

• पेट में दर्द और सूजन

• पैरों और टखनों में सूजन

• त्वचा में खुजली

• मूत्र का गहरा रंग,

• मल का पीला रंग, या खूनी या टार रंग का मल

• अत्यधिक थकान,

• उलटी अथवा मितली

• भूख में कमी

• आसानी से चोट लगने की प्रवृत्ति

कम से कम 6 महीने के अंदर आपको अपने शरीर का पूरा चेकअप कर लेना चाहि

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