आपकों पता है कि अगर युरिक एसिड आपके शरीर में बढ़ गया तो क्या होगा। कितना ख़तरनाक है यह बढ़ना आपके शरीर में । आईये जानते हैं क्या युरिक एसिड और अगर शरीर मे बढ़ जाता है तो क्या होगा। और कैसे कम करें युरिक एसिड का बढ़ना।


जब भोजन में लिया हुआ प्रोटीन टूटता है तो वह यूरिक एसिड में तब्दील हो जाता है. जब इसका स्तर खून में 7 या उससे अधिक हो जाता है तब जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है. यूरिक एसिड के बढ़े स्तर को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इससे गुर्दे की पथरी, कार्डियो वस्कुलर रोग, मधुमेह और मेटाबोलिक सिन्ड्रोम होने के ज्यादा अंदेशा रहता है. यूरिक एसिड एक कार्बनिक यौगिक है, जो ज्यादा होने पर शरीर से पेशाब के मार्फत् उत्सर्जित हो जाता है. कई बार किडनी की भीतरी दीवारों की लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो जाती है या किन्हीं अन्य कारणों से किडनी की फिल्टर करने की क्षमता कम हो जाती है तो खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. यह बढ़ा हुआ यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में इकट्ठा हो जाता है. ये क्रिस्टल काफी धारदार होते हैं, जो जोड़ों के चिकनाई वाली झिल्ली को क्षतिग्रस्त करते रहते हैं, जिससे जोड़ों का दर्द शुरू हो जाता है.

यूरिक एसिड बढ़ने का कारण उच्च मात्रा की कैलोरी ग्रहण करना है. जब हम भोजन में ज्यादा मात्रा में शर्करा कन्ज्यूम करते हैं तो यूरिक एसिड बहुतायत में बनता है, जिसे गुर्दे उत्सर्जित करने में अक्षम होते हैं.लिहाजा रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. कई बार उपवास करने से भी यूरिक एसिड बढ़ता है. यदि आप वजन कम करने के लिए प्रयास रत हैं तो वजन धीरे धीरे कम करें. तेजी से वजन कम करना, यूरिक एसिड का बढ़ना आपस में समानुपातिक होता है. यूरिनरी इन्फेक्सन और डायविटीज की दवाओं से भी यूरिक एसिड बढ़ता है.

यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से जोड़ों में दर्द तो होता हीं है साथ हीं इससे गुर्दे की पथरी की भी समस्या हो सकती है. मधुमेह, कार्डियो वस्कुलर रोग, मेटाबोलिक सिन्ड्रोम आदि बीमारियां भी हो सकती हैं. इसके अतिरिक्त बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कई अनजानी बीमारियों को भी न्यौता देता है.

यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में संयमित रखने के लिए रोजाना 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए. भोजन में क्षारीय पदार्थों का सेवन करना चाहिए. फल, हरी सब्जियां, मूली का रस, बिना पालिश किया हुआ अनाज आदि क्षारीय भोज्य पदार्थ होते हैं. पोटेशियम युक्त भोजन भी यूरिक एसिड को कम करता है .यूरिक एसिड घटाने का आसान उपाय नियमित व्यायाम है.शाकाहार से भी इस समस्या का निदान होता है. यदि जोड़ों में दर्द हो तो बर्फ की पोटली से सिंकाई करना चाहिए. खीरे का जूस पीने से भी जोड़ों के दर्द में  आराम मिलता है. गुर्दे की क्षमता बरकरार रखने के लिए प्रतिदिन 500 mg विटामिन C का लेना चाहिए. जैतून के तेल में बना खाना भी जोड़ों के दर्द में असरदायक होता है.  शतावरी के जड़ का चूर्ण प्रतिदिन 2-3 ग्राम लेने से भी यूरिक एसिड कम होता है. यूरिक एसिड को कम करने के लिए परहेज भी आवश्यक होता है. दही, चावल, अचार, पालक, ड्राई फ्रूट्स, छिलके वाली दालें और रेड मीट का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए. रात को सोते समय दूध नहीं लेना चाहिए.

यदि हम किसी भी हालत में मुसकुराने की आदत डालें तो कोई भी बीमारी आधी गायब हो जाती है. यह आदत यूरिक एसिड के केस में भी रामबाण साबित होगी. आप अकारण मुसुकराने की कोशिश करेंगे तो आपके साथ पूरी कायनात भी मुसुकुराएगी.

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