प्लांटर फ़ेशियाइटिस एक बहुत ही कॉमन कंडीशन है जो बहुत से लोगों को परेशान करता है। प्लांटर फ़ेशियाइटिस पैरों के तलवे में स्थित प्लांटर फ़ेशिया के सूजन को कहते हैं। यह स्थिति एड़ी और तलवे के दर्द का सबसे प्रमुख कारण है। कई लोग इसे यूरिक एसिड या गाउट समझ कर कंफ्यूज़ हो जाते हैं।
प्लांटर फ़ेशिया (तल की प्रावरणी या झिल्ली) एक मजबूत, रेशेदार अटैचमेंट (लिगामेंट के समान) है जो हमारी एड़ी से ले कर पैर की गेंद और पैर की उंगलियों तक फैला हुआ है। यह मोटे रबर बैंड की तरह लचीला होता है। प्लांटर फ़ेशिया हमारे तलवे की हड्डियों को एक साथ जोड़ता है और हमारे पैर के तल पर एक आर्च बनाता है।
प्लांटर फ़ेशियाइटिस तब होता है जब हमारे प्लांटर फेशिया का अत्यधिक उपयोग किया जाता है या उसका अत्यधिक खिंचाव हो जाता है। कोई भी कारण जो आपके प्लांटर फ़ेशिया को नुकसान पहुँचाती है, उसमें सूजन ला सकती है, जैसे - काम के लिए पूरे दिन अपने पैरों पर खड़े रहना, खेलना, किसी सख्त सतह (जैसे फर्श) पर व्यायाम करना या काम करना, बिना स्ट्रेचिंग या वार्मअप के व्यायाम करना, ऐसे जूते पहनना जो आपके पैरों को पर्याप्त रूप से सहारा नहीं देते (जैसे फ्लिप फ्लॉप या फ्लैट, लचीले स्नीकर्स)। घर पर नंगे पैर फ़र्श पर चलना, हाई आर्च्ड फुट, फ्लैट फुट, मोटापा या कुछ महीनों में ही 7-8 किलो से अधिक वजन बढ़ना। प्लांटर फ़ेशियाइटिस का संबंध मेटाबोलिक सिंड्रोम के साथ भी है।
प्लांटर फ़ेशियाइटिस के सबसे आम लक्षण हैं - एडी में दर्द होना, पैर के आर्च में दर्द, अकड़न, एड़ी के आसपास सूजन, तंग एचिलिस टेंडन इत्यादि। सोने या बैठने के बाद खड़े होने पर दर्द होना। कुछ मिनटों तक चलने के बाद दर्द आमतौर पर दूर हो जाता है। लगातार मीठा दर्द भी हो सकता है।
जब आप अपने प्रभावित पैर का उपयोग करते हैं या अपनी एड़ी पर दबाव डालते हैं तो तेज या चुभने वाला दर्द होता है। व्यायाम करने या हिलने-डुलने से अस्थायी रूप से आपका दर्द कम हो सकता है, लेकिन जैसे ही आप रुकेंगे, यह आमतौर पर बदतर हो जाता है।
लगभग 10 में से 1 व्यक्ति को अपने पूरे जीवन में कभी न कभी प्लांटर फ़ेशियाइटिस होता है। अधिकांश लोगों को एक समय में एक पैर में प्लांटर फ़ेशियाइटिस होता है, हालांकि यह भी काफ़ी संभव है कि दोनों पैरों को एक साथ प्रभावित करे। यदि आप एक सप्ताह से अधिक समय से एड़ी या पैर में दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो किसी चिकित्सक से मिलें।
प्लांटर फ़ेशियाइटिस के उपचार:-
एनएसएआईडी (जैसे डाइक्लोफिनेक, आइबुप्रोफेन और नेप्रोक्सन): दर्द और सूजन को कम करते हैं। डॉक्टर से बात किए बिना लगातार 10 दिनों से अधिक समय तक एनएसएआईडी न लें।
आराम: खेलने, व्यायाम करने या उस किसी भी गतिविधि से कम से कम एक सप्ताह का ब्रेक लें जिसके कारण प्लांटर फ़ेशियाइटिस हुआ हो।
बर्फ़ की सिंकाई: अपने पैर पर दिन में दो बार 10 से 15 मिनट के लिए बर्फ़ (पतले कपड़े में लपेट कर) से अपने तलवे पर घुमाएँ।
सपोर्टिव जूते पहनना: मजबूत व गद्देदार जूते पहनें। बिना बिल्ट-इन आर्च सपोर्ट वाले सैंडल, फ्लिप-फ्लॉप या अन्य फ्लैट जूते न पहनें। घर के फर्श पर भी नंगे पैर न चलें, अच्छे कुशन वाले स्लीपर पहने जैसे कलॉग्स।
ऑर्थोटिक्स या शू इन्सर्ट: आप अपने जूतों में इन्सर्ट जोड़ सकते हैं जो अतिरिक्त आर्च सपोर्ट जोड़ते हैं। कई प्रकार के सिलिकॉन के कुशन बाज़ार में उपलब्ध हैं।
इम्मोबिलाइज़ेशन (स्थिरीकरण): कुछ हफ्तों के लिए वॉकिंग बूट (जिसे कभी-कभी वॉकिंग कास्ट या न्यूमेटिक कैम वॉकर भी कहा जाता है) पहनने से आपका पैर अपनी जगह पर टिका रहेगा और आपके प्लांटर फ़ेशिया पर दबाव कम हो जाएगा।
मालिश और स्ट्रेचिंग: फिजियोथेरेपिस्ट की मदद से स्ट्रेचिंग और मालिश तकनीकें सिखें जिन्हें आप अपने पैर और पिंडली की मांसपेशियों पर कर सकते हैं।
कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: ये सूजनरोधी दवाएं हैं। डॉक्टर आपके प्लांटर फ़ेशिया में कॉर्टिकोस्टेरॉइड (जैसे ट्राईएम्नीसिलोन) इंजेक्ट कर सकते हैं।
कुछ और उपचार जैसे प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा (पीआरपी), एक्स्ट्राकोर्पोरियल पल्स एक्टिवेशन टेक्नोलॉजी (ईपीएटी), पर्क्यूटेनियस नीडल टेनोटॉमी, सर्जरी जैसे गैस्ट्रोनीमियस रिसेशन तथा प्लांटर फ़ेशिया रिलीज भी किए जा सकते हैं।